Painted backdrops

From PhalkeFactory
Revision as of 17:44, 10 February 2014 by HansaThapliyal (talk | contribs)
(diff) ←Older revision | view current revision (diff) | Newer revision→ (diff)

बाग के अंदर नारियल के पेड़ों की दो लकीरें एक दूसरे के बराबर चल रहीं हैं. उस हरियाली की छावो के पार , धूप में एक सफेद मकान खड़ा है. जहाँ नारियल चलना शुरू करता है ( और बढ़ बढ़ कर बाग को नारियल का ऑर्चर्ड बना देता है), यहाँ, नारियल के पहले, ईमली के पेड़ की डालियां यहाँ वहाँ यूं फैली हैं, जैसे इतराने की कोई मुद्रा हो. उन कई हाथों की बारीक मुद्राओं का अंत, और भी नाज़ुक हथेलियों में है.. बारीक छोटी उंगलियाँ जिनपर हल्के पत्ते शरीर पर मुलायम बालों से पड़ते हैं. और उस ईमली के पेड़ के कंधे तक चढा एक सूखा झाड़ जो आसमान की तरफ अपनी सारी सूखी टहनियाँ अर्पण कर रहा है.. ऊपर रूई से बादल नीले आसमान में तेर रहे हैं. और उनके आगे, बार्डर बनाते, ईमली की ऊपर की डालियों पर बौर.

या एक आँगन का छोटा बगीचा भी हो सकता है.. देखो, दो तर्फी दीवार के ईंट दिख रहे है, और अलग अलग साइज़ की हरियाली. यह एक छोटे तने भर पौधे, एक लाइन पर पत्ते लिए, यह ऊपर से नीचे को झुकती हुई पेड़ की डाली. पेड़ का थोडा भारी तना, जैसे खिड़की की एक ओर का परदा. हाँ, ये भी सुंदर लग सकता है, बस किसी तरह उड़ते पत्तों की गति दे दो इस चित्र हो, ऊपर से नीचे की ओर, तिरछे, उड़ा दो कुछ पत्ते. बड़े डालो तो बड़े सही, मुझे छोटे हल्के पत्तों का उड़ना बड़ा सुंदर लगता है.